ऑनलाइन ठगी: 1 मिनिट में 9 ट्रांजेक्शन और खाते से ₹ 80 हजार पार.. पुलिस ने एफआईआर करने छोड़ केस बंद का लिया आवेदन..@
@ रियाज़ अशरफी
सीपत। साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आम आदमी से लेकर पढ़े लिखे लोग भी इसका शिकार हो रहे हैं। एनटीपीसी सीपत में भी इसी तरह का मामला सामने आया है. यहां एक कर्मचारी ऑनलाइन ठगी का शिकार हुआ है। कर्मचारी के बैंक खाते से ठगों ने 80 हजार 991 रुपए चोरी की।
बता दें कि ग्राम गतौरा निवासी संजीवधर दीवान एनटीपीसी सीपत में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत है। नाइट शिफ्ट ड्यूटी के बाद 15 मार्च शुक्रवार की सुबह 7 बजे घर जाने के निकल रहे थे कि उनके मोबाइल में नोटिफिकेशन आया। मैसेज देखने पर पता चला कि उनके एसबीआई बैंक के खाते से 8 हजार 999 रुपए डेबिट हो गया है।
जूनियर इंजीनियर पैसे डेबिट होने का मैसेज पढ़ ही रहा था कि एक के बाद लगातार 8 बार और डेबिट होने का मैसेज आया हर बार 8999 रुपए खाते से डेबिट हुआ और कुल 9 बार में खाते से ठगों ने 80 हजार 991 रुपए निकाल लिए। इसके बाद संजीवधर ने मामले की जानकारी एसबीआई बैंक के कस्टमर केयर में कॉल करके दी। एसबीआई ने संजीवधर के अकाउंट को ब्लॉक किया और डायल 1930 के माध्यम से साइबर क्राइम पुलिस में मामले की जानकारी देने की सलाह दी। संजीवधर ने 1930 नंबर में डायल करके घटना की जानकारी दी साइबर क्राइम को दी। इसके बाद पूरे घटना का डिटेल संबंधित थाना मस्तूरी को ट्रांसफर किया गया। साइबर पुलिस ने संजीवधर को मस्तूरी थाना के एक पुलिस
कर्मी का फोन नम्बर दिया और वहां जाकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कहा।
मस्तूरी की महिला पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने छोड़ केश बंद करने का आवेदन लिया
संजीवधर शुक्रवार की दोपहर मस्तूरी थाना पहुंचा, तो वह पुलिसकर्मी नहीं थे, एक महिला पुलिस थीं। प्रार्थी ने उन्हें घटना की जानकारी दी तो महिला पुलिस ने कहा कि आपके खाते से कटा रुपए बैंक में होल्ड नही है यह थाना का मामला नहीं है, साइबर क्राइम का मामला है, इसलिए आप यहां केस बंद करने का आवेदन दें.और आपका केस साइबर पुलिस में चलता रहेगा। प्रार्थी ने ऐसा ही किया है। जबकि मस्तूरी पुलिस को केस दर्ज कर घटना की जांच करनी चाहिए थी, मगर ऐसा नही किया।
ओटीपी आया ना लिंक ओपन किया और ना ही किसी से बात की फिर भी खाते से कैसे पार हो गए रुपए
संजीवधर दीवान ने बताया कि उसके मोबाइल पर किसी भी तरह का ओटीपी नही आया और ना ही कोई लिंक ओपन किया सजीव ने बताया कि उस दौरान किसी से मोबाइल में बात भी नही हुई तो अकाउंट से कैसे पैसे कट गए यह जांच का विषय है।
डीबीएस बैंक में किशोर कुमार के खाते में ट्रांसफर हुआ है राशि
संजीवधर दीवान के खाते से ठगों ने 80991 रुपए डीबीएस बैंक में ट्रांसफर किया है. किशोर कुमार के नाम का यूपीआई के माध्यम से डेबिट हुआ है यह जाकारी साइबर पुलिस की जांच में सामने आई है।
मस्तूरी थाना प्रभारी रविन्द्र कुमार अंनत का कहना है कि मामले की जानकारी मुझे नहीं है. केस बंद करने का आवेदन नहीं लेना चाहिए था आप प्रार्थी को मेरे पास थाना भेज देंगे मामले को मैं देख लूंगा