कोटवारों ने कहा …”भूपेश है तो भरोसा है”….संघ ने नियमितीकरण की मांग को लेकर धरना दिया रैली निकाली और…मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा..?

सीपत (रियाज़ अशरफी)।कोटवार एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ के बैनर तले सीपत तहसील के कोटवार संघ ने गुरुवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया और इसके बाद वादा निभाओ रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.कोटवारों ने अपने मांग पत्र में यह भी लिखा है की… “भूपेश है तो भरोसा है”

कोटवारों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग किया कि उन्हें नियमित कर्मचारी का दर्जा देते हुए राजस्व विभाग का शासकीय कर्मचारी घोषित करें. इसके अलावा मालगुजारी माफी जमीन का मालिकाना हक उन्हें वापस दिया जाए. कोटवारों ने पत्र के माध्यम से
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके द्वारा 23 फरवरी 2019 को पाटन में आयोजित कोटवार सम्मेलन में की गई घोषणा को पूरा करने का मांग भी किया ।

सीपत तहसील कोटवार संघ के अध्यक्ष भुलनदास मानिकपुरी ने बताया कि प्रदेश के कोटवार आजादी के पूर्व से पीढ़ी दर पीढ़ी ग्रामीण स्तर में रहकर अपनी सेवाएं देते आ हर है परन्तु सभी विभागों की चाकरी करने के बाद भी कोटवारों को शासकीय कर्मचारी का दर्जा नहीं मिल पाया है लम्बे अवधी तक सेवा देने के बाद भी सेवा निवृत्त होने पर पेंशन, ग्रेज्यूटी की सुविध नहीं मिल पाती,
कोटवार संघ के मीडिया प्रभारी लच्छी वर्मा ने बताया कि कोटवारों को नाम मात्र मानदेय मिलता है यही कारण है कि कोटवारों को अपने परिवार का गुजर बसर करने में भारी आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लच्छी वर्मा ने बताया कि झारखण्ड उड़ीसा,महाराष्ट्र जैस निकटवर्ती राज्यों में कोटवारों को नियमित कर्मचारी का दर्जा देकर उन्हें सम्मान जनक वेतन देने के अलावा अन्य सुविधाएँ भी दी जा रही है परन्तु छत्तीसगढ़ जैसे सम्पन्न राज्य में कोटवारों की स्थिति बहुत ही दयनीय है।
ज्ञापन देने वालों में तहसील कोटवार संघ के सचिव हृदय दास,कोषाध्यक्ष द्वारिका दास बुधराम, रामदास,बालक दास,कमल,जमुना बाई,मनहरण दास,राम खिलावन गंधर्व सहित बड़ी संख्या में कोटवार शामिल रहे।