वन विभाग के अधिकारियों का दंतैल हाथी से संपर्क टूटा..पैरों के निशान व लीद के सहारे उसकी गतिविधियों पर नज़र, दहशत में स्कूल बंद…@
रियाज़ अशरफी|सीपत
चार दिन पहले सोंठी जंगल पहुंचे दंतैल हाथी का सम्पर्क वन विभाग के अधिकारियों से टूट गया है। कोई भी अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं की अभी हाथी कहा है। हाथी की दहशत से जेवरा का प्रायमरी, मिडिल व हायर सेकेंडरी स्कूल और खोंधरा का स्कूल शुक्रवार को बंद रहा। वहीं, शनिवार को कुछ देर के लिए खोला गया था। इसकी वजह है कि यह सभी स्कूल गर्गज पर्वत से बहुत नजदीक है।
बता दें कि बुड़गहन के कटरा जंगल के रास्ते बुधवार की रात सोंठी जंगल पहुंचे दंतैल हाथी का सम्पर्क वन विभाग से टूट गया है। अधिकारियों का अनुमान है कि वह हाथी गर्गज पर्वत में है, जो खोंधरा या फिर कारीछापर गांव में भी उतर सकता है। दंतैल हाथी के आमद से जंगल से लगे ग्राम सोंठी, निरतु, अदखली, बिटकुला, आमानारा, पैंगवापरा, जेवरा, खोधरा, कनई, जुहली, कुकदा, मड़ई, खम्हरिया, लुतरा, ऊनि, कुली, पोड़ी, खेरवारपारा, ठरकपुर सहित आसपास के 30 से गांव के लोगों में दहशत बनी हुई है।
वन समिति के भरोसे फारेस्ट विभाग
वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी वन समिति के सदस्यों के भरोसे है। खोंधरा सर्किल के नवापारा समिति के बाबू राम सोरठे और नंदकुमार ने बताया कि हाथी की एक-एक हरकतों पर नजर रखने के लिए हम 16 लोग लगे हुए है। पहाड़ों और जंगलों के बीच जाकर हाथी के पैरों और लीद की फोटो खींचकर अधिकारियों को भेज रहे है। उसने बताया कि अभी तक किसी ने भी हाथी को नहीं देखा है। वहीं, मामले की जानकारी लेने जब डीएफओ सत्यदेव शर्मा को फोन किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। सोंठी स्किल के डिप्टी रेंजर अब्दुल हाफिज खान ने कहा कि हम सभी लोग हाथियों के निशान के माध्यम से उसकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।
2023 में भी हाथियों का दल पहुंचा था
डेढ़ वर्ष पहले फरवरी 2023 में ओडिसा से भटककर रायगढ़, शक्ति, जांजगीर से पोड़ी दलहा के रास्ते 11 हाथियों का दल सीपत के सोंठी वन सर्किल पहुंचा था। हाथियों के दल ने सोंठी के जंगल मे लगभग 26 घण्टे गुजारे थे। इस दौरान लोगों में काफी दहशत का माहौल था।
दंतैल हाथी ने कटरा सर्किल में तीन मवेशियों को मारा
जांजगीर जिला के खिसोरा जंगल से निकलकर दंतैल पहले बलौदा वन परिक्षेत्र के नवापारा कटरा जंगल में पहुंचा। इसके बाद बुधवार को बिलासपुर जिले के सौंठी सर्किल के पास पहुंचा। जाते-जाते दंतैल ने कटरा सर्किल में तीन मवेशियों को मार दिया। इससे पहले दंतैल ने हसदेव और लेमरू क्षेत्र में भी जान व माल का भारी नुकसान पहुंचाया था।
क्षेत्र में सिर्फ कार्तिक राम ने देखा है दंतैल हाथी को
दंतैल हाथी बुधवार की रात से सीपत क्षेत्र के जंगल में विचरण कर रहा है, लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी किसी ने हाथी को नहीं देखा है। दंतैल को सिर्फ ग्राम पंचायत बिटकुला के आश्रित गांव पैंगवापरा से पंच कार्तिक राम ने रात लगभग 1 बजे घर के बाड़ी में देखा था। इसके बाद से वह सभी की नजरों से ओझल है। वन विभाग दंतैल के पैर के निशान और लीद से उसकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए है। बता दें कि कार्तिक राम के बाड़ी में लगे भुट्टे और गन्ने के फसल से दंतैल खा रहा था। रात में कार्तिक को उसके खेत मे किसी जानवर के नुकसान पहुंचाने का आभास हुआ। उसे बाहर निकालने के लिए जब बाड़ी में आकर देखा तो सामने दंतैल हाथी फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। इसके बाद कार्तिक ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई थी।