दंतैल हाथी सीपत के सोंठी जंगल में आमद.. बाल बाल बची ग्रामीण की जान..आसपास के 20 गांव में दहशत वन विभाग का अमला सक्रिय…@

बिटकुला में किसानों के फसल को क्षति पहुंचाया बालबाल बची किसान की जान
@ रियाज़ अशरफी
कोरबा से भटककर पंतोरा के कटरा जंगल मे 20 दिनो तक विचरण करने वाले दंतैल हाथी अब बुधवार की देर रात सीपत तहसील के बिटकुला पहुंचा गया है वहां कई किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचाने के बाद सोंठी के घने जंगल के बीच पहुंच गया है। दंतैल हाथी के आमद से आसपास के ग्राम सोंठी, निरतु, अदराली, बिटकुला, आमानारा, पैंगवापरा,जेवरा,खोंधरा,कनई, जुहली, कुकदा,मड़ई, खम्हरिया, लुतरा, ऊनि, कुली सहित आसपास के बीस गांव के लोगो मे दहशत बनी हुई है। फारेस्ट कर्मचारी-अधिकारी हाथी के गतिविधियों पर पर नजर रखे हुए है।

बाल बाल बची पंच कार्तिक की जान
ग्राम पंचायत बिटकुला के आश्रित गांव पैंगवापरा से पंच कार्तिक राम को रात लगभग 1 बजे घर के बाड़ी में लगे फसल को किसी जानवर के नुकसान पहुंचाने का आभास हुआ उसे भगाने के लिए वह बाहर निकला तो देखा की सामने विशाल दंतैल हाथी भुट्टा और गन्ना को खा रहा है यह देखकर डर से कार्तिक वही पर मूर्छित होकर गिर गया। फिर किसी तरह घर के अंदर भागकर बड़ी मुश्किल से वह अपनी जान बचा पाया

कटरा सर्किल में तीन मवेशियों को मारकर सोंठी पहुंचा दंतैल
जांजगीर जिला के खिसोरा जंगल से निकलकर दो दिन पहले वह बलौदा वन परिक्षेत्र के नवापारा कटरा जंगल में पहुंचा था। बुधवार को बिलासपुर जिले के सौंठी सर्किल के पास पहुंच गया है। जाते जाते कटरा सर्किल में तीन मवेशियों को दंतैल ने जान से मार दिया है।
फरवरी 2023 में पहुंचा था 6 हाथियों का दल
डेढ़ वर्ष पहले फरवरी 2023 में उड़ीसा से भटककर रायगढ़, शक्ति,जांजगीर से पोड़ी दलहा के रास्ते 11 हाथियों का दल सीपत के सोंठी वन सर्किल पहुंचा था हाथियों ओ दल ने सोंठी के जंगल मे लगभग 26 घण्टे गुजारे थे। सीपत क्षेत्र के लोग अभी तक दहशत के वो 26 घण्टे नही भूल पाए है।







