चुनावी दंगल: जनसंपर्क में मिल रहा है डॉ. बांधी को जनता का आशीर्वाद,किए गए विकास कार्यो के नाम पर लगेगी जीत की मुहर…

(मस्तूरी में चल रही है बांधी की आंधी, जनसंपर्क में उमड़ रही भीड़ लिखेगी जीत की नई इबारत)
(रियाज़ अशरफी): विधानसभा चुनाव में मतदान की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आते जा रही है, वैसे वैसे प्रचार अभियान तेज होते जा रहा है। बिलासपुर जिले में मस्तूरी विधानसभा की सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। वर्तमान में यहां से भाजपा के डॉ.कॄष्णमूर्ति बांधी विधायक है। इस सीट से भाजपा हाईकमान ने पांचवी बार डॉ. कॄष्णमूर्ति बांधी पर विश्वास जताया है। इसके अलावा चुनावी मैदान में कांग्रेस से पूर्व विधायक दिलीप लहरिया, बहुजन समाज पार्टी से पामगढ़ के पूर्व विधयक दाऊराम रत्नाकर, आम आदमी पार्टी से धरम भार्गव तथा जेसीसी से मस्तूरी के जिला पंचायत सदस्य श्रीमती चांदनी भारद्वाज सहित कुल 16 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे है।

बता दें कि भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने भी विधानसभा में अपना जनसंपर्क तेज कर दिया है। कार्यकर्ताओं के साथ डॉ. बांधी रोजाना कई गांवों का दौरा कर लोगों के बीच पहुंच रहे हैं और एक-बार फिर से अपने व अपने पार्टी के लिए समर्थन मांग रहे हैं। उनके साथ चलने वाली भीड़ और गांव में मिलते अपार जनसमर्थन की तस्वीर बता रही है कि मस्तूरी में डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी चौथी बार जीत का परचम लहरायेंगे।

हालांकि डॉ. बांधी चुनावी मोड में हर समय रहते है क्षेत्र में उनकी सक्रियता पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय रहता है। वे एक जीत के बाद दूसरी जीत की तैयारी में लग जाते हैं। फिर भी वे अपनी ओर से कोई कसर बाकी रखना नहीं चाह रहे हैं। इसलिए रोजाना कार्यकर्ताओ के साथ कई गांवों का दौरा कर रहे है। और आम लोगों के बीच पहुंचकर लोगों से समर्थन मांगा रहे है। वे जिस भी गांवों में जनसंपर्क के लिए पहुंच रहें है। लोगों का हुजुम उमड़ रहा है। डॉ. बांधी गांवों में महिलाओं के साथ ही बुजुर्ग व युवाओं के बीच जाकर उन्हें केंद्र सरकार की उपलब्धि और राज्य सरकार की नाकामी को बता रहे हैं।
डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी का नाम प्रदेश के एक पढ़े लिखे कद्दावर नेताओ के श्रेणी में शामिल हैं। उनकी योजनाएं और डेवलपमेंट प्लानिंग पर किए गए कार्यो को लोहा माना जाता है। तभी तो उन्हें भाजपा ने अपने घोषणा पत्र समिति में बतौर सदस्य शामिल किया था। डॉ. बांधी वह नेता हैं, जिन्होंने 2018 के चुनाव में विपरीत परस्थिति के बाजूद अच्छे खासे वोट से चुनाव जीतकर प्रदेश में भाजपा की शाख बचाई थी। प्रदेश में उनकी सरकार नही होने के बाद भी मस्तूरी क्षेत्र के विकास में कोई कसर नही छोड़ी है। यही कारण है कि वे आज भी मस्तूरी की जनता के लिए पहली पसंद बने हुए है। माहौल को देखते हुए भाजपा को उम्मीद है कि मस्तूरी की जनता उन्हें फिर से अपना नेता चुनकर यहां की नुमाइंदगी करने विधानसभा भेजने जा रही है।