राष्ट्रीय परियोजना “रंग दे जिंदगी” का ऑक्सफोर्ड विद्यालय बना प्रथम शिक्षा केंद्र…मिलिट्री सैनिक एवं नवोदय स्कूल में प्रवेश का सपना…अब होगा साकार….?

जीपीएम (सोहेल आलम)।राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक सैनिक मिलिट्री एवं नवोदय स्कूल जिन्होंने अपने संस्कारों अनुशासन परिणामों एवं कार्यों के माध्यम से सफल एवं गौरवशाली विद्यार्थियों के माध्यम राष्ट्र समाज एवं अनेक परिवारों को गौरव एवं खुशी के अनेक क्षण प्रदान किए है और कर रहे हैं इन स्कूलों की अपार सफलता की वजह से अब ग्रामीण एवं शहरी सभी पालको बालकों का पहला स्वप्न अपने बच्चों को इन स्कूलों में प्रवेश दिलाना है क्योंकि इन विद्यालयों की संख्या सीमित है और इच्छुक लाखों में है इसलिए राष्ट्रीय स्तर की चयन परीक्षाओं के माध्यम से पांचवी एवं आठवीं के बाद विद्यार्थियों का चयन किया जाता है।

विगत कई वर्षों से इन विद्यालयों में बढ़ते आकर्षण की वजह से यह अनिवार्य हो गया है की विद्यार्थियों को परीक्षा पूर्व एग्जाम हेतु तैयारी कराई जाए ताकि उनके चयन की अधिकतम संभावना बने दुर्भाग्य से उन तैयारियों की फीस एवं संसाधन महंगे होने के कारण आम बच्चों तक यह शिक्षण नहीं पहुंच पाता जिसकी वजह से प्रतिभाशाली एवं निर्धन छात्र विशेषकर छत्तीसगढ़ का प्रतिशत इन विद्यालयों में कम है इसी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इंदौर की प्रमुख संस्था नेशन फर्स्ट जोकि इस क्षेत्र के प्रीमियम इंस्टिट्यूट है,ने अपने सामाजिक प्रतिबद्धता के तहत प्रतिभाशाली एवं निर्धन छात्रों के लिए “रंग दे जिंदगी परियोजना” के तहत उत्तर प्रदेश मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में अपने निशुल्क शिक्षण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है

यह खुशी एवं गर्व की बात है की इस संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण परियोजना का छत्तीसगढ़ का पहला केंद्र पेंड्रा मरवाही एवं गौरेला जिले में प्रारंभ होने जा रहा है योजना के अंतर्गत जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाकर 3030 बच्चों का चयन कर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में दो केंद्र प्रारंभ किए जाएंगे आरंभिक कक्षाएं कक्षा एवं जागरूकता अभियान 12 अप्रैल से प्रारंभ की जाएगी इस हेतु गौरेला शहरी क्षेत्र में ऑक्सफोर्ड विद्यालय के विद्यालय को इसका शैक्षणिक केंद्र के रूप में चयन किया गया है।

इस कार्यक्रम की सफलता एवं शासन एवं समाज की अधिकतम भागीदारी हेतु कार्यक्रम के राष्ट्रीय संयोजक गगन अवस्थी ने व्यक्तिगत रूप से जिलाधीश महोदय श्रीमती से मुलाकात कर उनसे अधिकतम सहयोग एवं सहभागिता हेतु अनुरोध किया जिस पर तत्काल पहल करते हुए माननीय जिलाधीश ने बेहतर क्रियान्वयन के लिए तत्काल उच्च अधिकारियों को इस योजना के संपूर्ण अध्ययन एवं सुझाव के लिए प्रेषित किया जिलाधीश महोदय के सकारात्मक आरंभिक संवाद के प्रति धन्यवाद देते श्री अवस्थी ने ट्राईबल कमिश्नर ललित शुक्ला,जिला शिक्षा अधिकारी,एन चंद्रा एवं डाइट प्राचार्य, पुष्प के सहयोग उत्साह एवं मार्गदर्शनको भविष्य में बेहतर विद्यार्थियों के निर्माण के दिशा में मील का पत्थर बताया वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक सैनिक मिलिट्री एवं नवोदय स्कूल जिन्होंने अपने संस्कारों अनुशासन परिणामों एवं कार्यों हमसे के माध्यम से सफल विद्यार्थियों के रूप में राष्ट्र समाज एवं परिवार को गौरव के प्रत सैनिक स्कूल मिलिट्री स्कूल एवं नवोदय स्कूल जिन्होंने अपने संस्कारों परिणामों एवं कार्यों से अपने सफल विद्यार्थियों के रूप में राष्ट्र को समाज को एवं परिवार को गौरव के खुशी के अनेक क्षण प्रदान किए है और कर रहे हैं इनस्कूलों की अपार सफलता की वजह से अब ग्रामीण एवं शहरी सभी पालको बालकों का पहला स्वप्न अपने बच्चों को इन स्कूलों में प्रवेश दिलाना है क्योंकि इन विद्यालयों की संख्या सीमित है और इच्छुक लाखों में है इसलिए राष्ट्रीय स्तर की चयन परीक्षाओं के माध्यम से पांचवी सातवीं एवं आठवीं के बाद विद्यार्थियों का चयन किया जाता है विगत कई वर्षों से इन विद्यालयों में के बढ़ते आकर्षण की वजह से यह अनिवार्य हो गया है की विद्यार्थियों को परीक्षा पूर्व एग्जाम हेतु तैयारी कराई जाए ताकि उनके चयन की अधिकतम संभावना बने दुर्भाग्य से इसकी तैयारियां की फीस एवं संसाधन महंगे होने के कारण आम बच्चों तक यह शिक्षण नहीं पहुंच पाता जिसकी वजह से प्रतिभाशाली एवं निर्धन छात्र विशेषकर छत्तीसगढ़ उड़ीसा का प्रतिशत इन विद्यालयों में कम है इसी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इंदौर की प्रमुख संस्था साल नेशन फर्स्ट जोकि इस क्षेत्र के प्रीमियम इंस्टिट्यूट है ने अपने सामाजिक प्रतिबद्धता के तहत प्रतिभाशाली एवं निर्धन छात्रों के लिए निशुल्क शिक्षण हेतु रंग दे जिंदगी के परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में अपने शिक्षण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है जब यह खुशी एवं गर्व की बात है की इस संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण परियोजना का छत्तीसगढ़ का पहला पेंड्रा मरवाही एवं गौरेला जिले में प्रारंभ होने जा रहा है योजना के अंतर्गत जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाकर 3030 बच्चों का चयन कर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में दो केंद्र प्रारंभ किए जाएंगे कक्षाएं 12 अप्रैल से प्रारंभ की जाएगी इस हेतु गौरेला शहरी क्षेत्र में ऑक्सफोर्ड विद्यालय के विद्यालय को इसका शैक्षणिक केंद्र के रूप में चयन किया गया है इस कार्यक्रम की सफलता एवं शासन एवं समाज की अधिकतम भागीदारी हेतु कार्यक्रम के राष्ट्रीय संयोजक गगन अवस्थी ने व्यक्तिगत रूप से जिलाधीश महोदय श्रीमती से मुलाकात कर उनसे अधिकतम सहयोग एवं सहभागिता हेतु अनुरोध किया जिस पर तत्काल पहल लेते हुए माननीय जिलाधीश महोदय ने हुए बेहतर क्रियान्वयन के लिए तत्काल उच्च अधिकारियों को इस योजना के संपूर्ण अध्ययन एवं सुझाव के लिए प्रेषित किया जिलाधीश महोदय के सकारात्मक आरंभिक संवाद के प्रति धन्यवाद देते श्री अवस्थी ने ट्राईबल कमिश्नर श्री ललित शुक्ला जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन चंद्रा एवं डाइट प्राचार्य श्री पुष्प के सहयोग उत्साह एवं मार्गदर्शनको बेहतर विद्यार्थियों के निर्माण के दिशा में भविष्य का मील का पत्थर बताया वहीं दूसरी ओर ऑक्सफोर्ड विद्यालय के संचालक श्री विकास त्यागी जी इस कार्यक्रम की की आवश्यकता महत्ता को व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के रूपरेखा की प्रशंसा करते हुए इस महत्वपूर्ण परियोजना में ऑक्सफोर्ड विद्यालय के चयन पर खुशी एवं संतोष बताते हुए संस्था को धन्यवाद दिया एवं परिवार को गौरव के खुशी के आसन प्रदान किए और कर रहे हैं स्कूलों की सफलता की वजह से अब ग्रामीण एवं शहरी सभी बालकों का पहला स्वप्न अपने बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाना है क्योंकि विद्यालयों की संख्या सीमित है और इच्छुक लाखों में इसलिए राष्ट्रीय स्तर की चयन परीक्षाओं के माध्यम से पांचवी सातवीं एवं आठवीं के बाद प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से विद्यालय हेतु विद्यार्थियों का चयन किया जाता है विगत कई वर्षों से इन विद्यालयों में के बढ़ते क्रेज की वजह से यह अनिवार्य हो गया है की विद्यार्थियों को परीक्षा पूर्व एग्जाम हेतु तैयारी कराई जाए ताकि उनके चयन की अधिकतम संभावना बने दुर्भाग्य से इसकी तैयारियां की फीस एवं संसाधन महंगे होने के कारण आम बच्चों तक यह शिक्षण नहीं पहुंच पाया जिसकी वजह से प्रतिभाशाली एवं निर्धन छात्र विशेषकर छत्तीसगढ़ उड़ीसा का प्रतिशत इन विद्यालयों में क कम है इसी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इंदौर की प्रमुख संस्थ 7 साल नेशन फर्स्ट जोकि सैनिक इस क्षेत्र के प्रीमियम इंस्टिट्यूट है ने अपने सामाजिक प्रतिबद्धता के तहत प्रतिभाशाली एवं निर्धन छात्रों के लिए निशुल्क शिक्षण हेतु रंग दे जिंदगी के रूप में परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में अपने शिक्षण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है जब यह खुशी की बात है एवं गर्व की बात है की इस संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण परियोजना का पहला केंद्र छत्तीसगढ़ का पहला के पेंड्रा मरवाही एवं गौरेला जिले में प्रारंभ होने जा रहा है योजना अंतर्गत जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाकर 3030 बच्चों का चयन कर कम सातों केंद्र शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में प्रारंभ किए जाएंगे के के लिए कक्षाएं 12 अप्रैल से प्रारंभ की जाएगी इस हेतु गौरेला शहरी क्षेत्र में ऑक्सफोर्ड विद्यालय के विद्यालय को इसका शैक्षणिक केंद्र के रूप में चयन किया गया है इस कार्यक्रम की सफलता एवं शासन एवं समाज की अधिकतम भागीदारी हेतु कार्यक्रम के राष्ट्रीय संयोजक गगन अवस्थी ने व्यक्तिगत रूप से जिलाधीश महोदय श्रीमती से मुलाकात कर उनसे अधिकतम सहयोग एवं सहभागिता हेतु अनुरोध किया माननीय जिलाधीश महोदय ने इसमें आरंभिक रूचि लेते हुए बेहतर क्रियान्वयन के लिए तत्काल उच्च अधिकारियों को इस योजना के संपूर्ण अध्ययन एवं सुझाव के लिए प्रेषित किया जिलाधीश महोदय के सकारात्मक आरंभिक संवाद के प्रति धन्यवाद देते हुए ट्राईबल कमिश्नर श्री श्री ललित शुक्ला जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन चंद्रा एवं डाइट प्राचार्य श्री पुष्प के सहयोग उत्साह एवं मार्गदर्शन क को बेहतर विद्यार्थियों के निर्माण के दिशा में भविष्य का मील का पत्थर बताएं वहीं दूसरी ओर ऑक्सफोर्ड विद्यालय के संचालक श्री विकास त्यागी जी इस कार्यक्रम की इस कार्यक्रम की आवश्यकता महत्ता को व्यक्त करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा की प्रशंसा करते हुए विद्यालय इस महत्वपूर्ण परियोजना में ऑक्सफोर्ड विद्यालय के चयन पर गहरा संतोष जताया ऑक्सफोर्ड विद्यालय के संचालक विकास त्यागी इस कार्यक्रम की की आवश्यकता महत्ता को व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के रूपरेखा की प्रशंसा करते हुए इस महत्वपूर्ण परियोजना में ऑक्सफोर्ड विद्यालय के चयन पर खुशी एवं संतोष बताते हुए संस्था को धन्यवाद दिया एवं परिवार को गौरव के खुशी के आसन प्रदान किए और कर रहे हैं स्कूलों की सफलता की वजह से अब ग्रामीण एवं शहरी सभी बालकों का पहला स्वप्न अपने बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाना है क्योंकि विद्यालयों की संख्या सीमित है और इच्छुक लाखों में इसलिए राष्ट्रीय स्तर की चयन परीक्षाओं के माध्यम से पांचवी सातवीं एवं आठवीं के बाद प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से विद्यालय हेतु विद्यार्थियों का चयन किया जाता है विगत कई वर्षों से इन विद्यालयों में के बढ़ते क्रेज की वजह से यह अनिवार्य हो गया है की विद्यार्थियों को परीक्षा पूर्व एग्जाम हेतु तैयारी कराई जाए ताकि उनके चयन की अधिकतम संभावना बने दुर्भाग्य से इसकी तैयारियां की फीस एवं संसाधन महंगे होने के कारण आम बच्चों तक यह शिक्षण नहीं पहुंच पाया जिसकी वजह से प्रतिभाशाली एवं निर्धन छात्र विशेषकर छत्तीसगढ़ उड़ीसा का प्रतिशत इन विद्यालयों में क कम है इसी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इंदौर की प्रमुख संस्थ 7 साल नेशन फर्स्ट जोकि सैनिक इस क्षेत्र के प्रीमियम इंस्टिट्यूट है ने अपने सामाजिक प्रतिबद्धता के तहत प्रतिभाशाली एवं निर्धन छात्रों के लिए निशुल्क शिक्षण हेतु रंग दे जिंदगी के रूप में परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में अपने शिक्षण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है जब यह खुशी की बात है एवं गर्व की बात है की इस संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण परियोजना का पहला केंद्र छत्तीसगढ़ का पहला के पेंड्रा मरवाही एवं गौरेला जिले में प्रारंभ होने जा रहा है योजना अंतर्गत जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाकर 3030 बच्चों का चयन कर कम सातों केंद्र शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में प्रारंभ किए जाएंगे के के लिए कक्षाएं 12 अप्रैल से प्रारंभ की जाएगी इस हेतु गौरेला शहरी क्षेत्र में ऑक्सफोर्ड विद्यालय के विद्यालय को इसका शैक्षणिक केंद्र के रूप में चयन किया गया है इस कार्यक्रम की सफलता एवं शासन एवं समाज की अधिकतम भागीदारी हेतु कार्यक्रम के राष्ट्रीय संयोजक गगन अवस्थी ने व्यक्तिगत रूप से जिलाधीश महोदय श्रीमती से मुलाकात कर उनसे अधिकतम सहयोग एवं सहभागिता हेतु अनुरोध किया माननीय जिलाधीश महोदय ने इसमें आरंभिक रूचि लेते हुए बेहतर क्रियान्वयन के लिए तत्काल उच्च अधिकारियों को इस योजना के संपूर्ण अध्ययन एवं सुझाव के लिए प्रेषित किया जिलाधीश महोदय के सकारात्मक आरंभिक संवाद के प्रति धन्यवाद देते हुए ट्राईबल कमिश्नर श्री श्री ललित शुक्ला जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन चंद्रा एवं डाइट प्राचार्य श्री पुष्प के सहयोग उत्साह एवं मार्गदर्शन क को बेहतर विद्यार्थियों के निर्माण के दिशा में भविष्य का मील का पत्थर बताएं वहीं दूसरी ओर ऑक्सफोर्ड विद्यालय के संचालक श्री विकास त्यागी जी इस कार्यक्रम की इस कार्यक्रम की आवश्यकता महत्ता को व्यक्त करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा की प्रशंसा करते हुए विद्यालय इस महत्वपूर्ण परियोजना में ऑक्सफोर्ड विद्यालय के चयन पर गहरा संतोष जताया।