…आरोपी जगत की चतुराई काम नही आई…भारी किरकिरी के बाद… आखिरकार पुलिस को कार्यवाही करनी ही पड़ी…. सहयोगी को अभयदान…?

सीपत (रियाज़ अशरफी)। आदिवासी मजदूर का मिट्टी के भारी चट्टान से दबकर मौत होने के मामले में नया मोड़ आ गया है.ट्रेक्टर मालिक की असंवेदना और पीड़ित परिवार के साथ किये गए मामले को रफा दफा करने की कोशिश का पर्दाफाश हो गया है,इस मामले को लेकर लेकर सीपत पुलिस की भारी किरकिरी होने के बाद पुलिस के आला अधिकारियों के निर्देश पर जांच और बयान के बाद ट्रैक्टर मालिक जगत सिदार के खिलाफ धारा 304 ए के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है।
ज्ञात हो कि बीते 17 फरवरी शुक्रवार को मजदूर लीलाम्बर उर्फ विष्णु सिदार रोजाना की तरह उस दिन भी जगत सिदार और राजकुमार धनुहार के साथ ट्रेक्टर में कुली स्थित लीलागर नदी में मिट्टी की खुदाई करने गया था, मिट्टी खुदाई के दौरान मिट्टी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर लीलाम्बर के ऊपर गिर गई जिससे मजदूर लीलाम्बर की उस मिट्टी में दबकर मौत हो गई।

घटना की जानकारी ट्रेक्टर चालक शिवशंकर जो ट्रेक्टर मालिक का बेटा था उसने अपने पिता जगत को दी,कुछ देर बाद मोटरसाइकल से जगत सिदार अपने साथी कृपाल कश्यप को लेकर मौके पर पहुंचा और कुछ लोगो की मदद से लीलाम्बर को मिट्टी की ढेर से बाहर निकालकर जगत और कृपाल ने मृत लीलाम्बर को बाइक में बैठाकर घटना स्थल से 8 किलोमीटर दूर ग्राम परसाही के आश्रित ग्राम फुलवारीपारा उसके घर में लेकर गया मृतक की पत्नी इतवारा बाई ने लीलाम्बर के इस हालात के बारे में पूछा तो जगत ने बताया कि ट्रेक्टर में मिट्टी भरते समय लीलाम्बर को चक्कर मार दिया था इसलिए उसे बाइक में बिठाकर घर लेकर आ गए है।कुछ देर तक जब लीलाम्बर को होश नही आया तो परिजनों ने जब अच्छे से देखा तो लीलाम्बर की मौत हो चुकी थी।
मामले कि सूचना मृतक के छोटे भाई ने सीपत थाना पहुँचकर पुलिस को दी, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा पोस्टमार्टम कराकर मर्ग कायम कर जांच में जुट गई थी। पुलिस ने 4 दिन बाद मंगलवार 21 फरवरी को मामले में जांच और बयान के बाद ट्रेक्टर मालिक जगत के खिलाफ़ धारा 304 ए के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।

महिंद्रा की जगह सोनालिका ट्रेक्टर किया गया था पेश..
इस पूरे मामले पर सीपत पुलिस की भारी किरकिरी हुई है. मंगलवार को जब पुलिस उच्च अधिकारियों के निर्देश उप पुलिस अधीक्षक सीडी लहरे ने सीपत थाना पहुंचे मामले को संज्ञान में लेते हुए ट्रेक्टर मालिक जगत को बुलवाया गया। पहले तो सोनालिका ट्रेक्टर सीजी 10 बीजे 5028 से मिट्टी ढुलाई करना बताया लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर अपने लाल रंग की महिंद्रा ट्रेक्टर सीजी 10 एएल-7944 से मिट्टी ढुलाई करना स्वीकार किया। इस कार्रवाई में पिछले 4 दिनों से जो लीपापोती की जा रही थी यह भी साफ हो गया कि पुलिस द्वारा किस तरह से आरोपी को संरक्षण दिया जा रहा था।

ट्रेक्टर को बाड़ी में छुपाकर रखा था पुलिस ने जब्त किया
जगत ने घटना के तुरंत बाद मौके से बिना इंश्यूरेंस वाली अपने महिंद्रा ट्रेक्टर को फरार करवा दिया था और गांव के बाड़ी के पीछे सुनसान स्थान पर रख दिया था और अपने भाई का सोनालिका ट्रेक्टर को पुलिस से मिलीभगत कर उसका दस्तावेज थाना में जमा करवा दिया था लेकिन मंगलवार को जांच के बाद उसके घर से घटनकारित ट्रेक्टर को जब्त कर लिया गया है।
घटना को लेकर कई सवाल अनसुलझे…
घटनास्थल पर मौजूद ट्रेक्टर चालक और ट्रेक्टर मालिक जगत सिदार के अलावा अन्य ने भी मजदूर विष्णु के घटना के बाद भी जिंदा रहने की बात है, लेकिन जब विष्णु जिंदा था तो उसे हॉस्पिटल क्यो नही ले जाया गया? और तब भी पुलिस को या डायल 112 को सूचना क्यो नही दी गई ? ऐसे कई और सवाल जो अब भी अनसुलझे है..।
अवैध ईंट भट्ठा संचालक की भूमिका पर पर्दा क्यों…
इस पूरे घटनाक्रम में एक सख्स ऐसा भी है जिसकी भूमिका जगत के बराबर की है.यह वही सख्स है जिसके अवैध ईंट भट्ठा के लिए जगत ने अपने ट्रेक्टर से मिट्टी लाने लीलाम्बर को भेजा था.घटना के बाद मोटसाइकिल में जगत के साथ यही वह सख्स है जिसने मृत लीलाम्बर को उसके घर तक पहुंचाने में मदद की है लेकिन पुलिस ने उसकी भूमिका पर पर्दा क्यों डाला हुआ है….यह पब्लिक है जो सब जानती है…