पोस्टिंग संशोधन निरस्त का असर: ब्लॉक के 17 स्कूल में एकल शिक्षकीय, एक मे कोई भी नही, शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई…@

(रियाज़ अशरफी): शिक्षक संशोधन आदेश के निरस्तीकरण के बाद सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है विकासखंड के डेढ़ दर्जन स्कूलों में एकल शिक्षकीय से व्यवस्था संचालित है तो एक मे कोई शिक्षक ही नही है दूसरे स्कूल के शिक्षकों का वैकल्पिक व्यवस्था किया गया है।

बता दें कि बीते दिनों शासन ने शिक्षक पोस्टिंग में घोटाले की शिकायत मिलने के बाद शिक्षक संशोधन आदेश को निरस्त कर दिया था और वहां के शिक्षकों को पूर्व पदोन्नत संस्था में जाने के लिए तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त कर दिया था, शासन के इस आदेश के बाद मस्तूरी विकासखंड के 17 प्राथमिक शाला एवं 1 पूर्व माध्यमिक शाला सहित कुल 18 स्कूलों के 66 शिक्षक प्रभावित हुए है, संशोधन आदेश के निरस्त होने के बाद का आलम यह है कि 17 सरकारी स्कूल एकल शिक्षकीय और 1 स्कूल शिक्षक विहीन है इन स्कूलों के सैकड़ो बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
ब्लॉक के ये सभी स्कूल हुए एकल शिक्षकीय
शिक्षकों के पोस्टिंग संशोधन निरस्त के बाद शासकीय प्राथमिक शाला दवनडीह, कर्रा, हरदाडीह, नैय्यापारा लोहर्सी, खोंधरा,कन्या शाला खम्हरिया, भरुवाडीह, नवागांव, मंडी मोहल्ला भनेशर, विश्रामपुर, हरदी आमगांव, धनगंवा, बालक मस्तूरी, जोन्धरा, अमलडीहा, बेल्हा,सबरियाडेरा लोहर्सी सोन एवं मिडिल स्कूल जैतपुर की जिम्मेदारी सिर्फ 1-1 शिक्षक संभाल रहे है,जाहिर सी बात है कि शिक्षकों की कमी से यहां की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

लोहर्सी के सबरिया डेरा का स्कूल है शिक्षक विहीन
शिक्षक पोस्टिंग संसोधन निरस्त होने के बाद विकासखंड के लोहर्सी सोन के सबरिया डेरा स्थित प्राथमिक शाला शिक्षक विहीन हो गया है, 10 माह पूर्व यहां के प्रधान पाठक को स्कूल में शराब पीने और बच्चों से चखना मंगाने के वीडियो वायरल होने के बाद डीईओ ने निलंबित कर दिया था। वर्तमान में यहां गांव के ही जनपद प्राथमिक शाला के दो शिक्षकों को वैकल्पिक तौर पर पढ़ाने भेजा गया है।
आज से कई स्कूलों में तिमाही परीक्षा
स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश पर सरकारी स्कूलों में 25 से 30 सितंबर तक सुविधानुसार तिमाही परीक्षा प्रारंभ है, स्कूल में शिक्षक की कमी की वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है सिलेबस भी पूरा नही किया जा सका है। ऐसे में एग्जाम प्रभावित होना स्वभाविक है।
झलमला मिडिल स्कूल में 84 बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी एक शिक्षक पर
ग्राम झलमला के मिडिल स्कूल में कक्षा छठवीं से लेकर आठवीं तक 84 बच्चे अध्ययनरत हैं। यहां बच्चों को पढ़ने के लिए केवल एक ही शिक्षक हेड मास्टर शारदेन्द्र श्रीवास है। शिक्षक संशोधन लिस्ट में इस स्कूल के दो शिक्षक प्रभावित हुए है, शिक्षक नरेंद्र कश्यप लंबे समय से स्वास्थ्यगत कारणों से छुट्टी पर चल रहे है,गांव की दिव्या साहू,कावेरी साहू और अनुराधा साहू बच्चों को निःशुल्क पढ़ा रही है।
बीईओ ने कहा शिक्षकों की मांग के लिए शासन को भेजा गया है प्रस्ताव
मामले की जानकारी लेने पर विकासखंड के बीईओ अश्विनी कुमार भारद्वाज संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि सभी एकल शिक्षकीय वाले स्कूलों में दो और शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग का प्रस्ताव जिला शिक्षा अधिकारी को भेजा गया है, उम्मीद है स्कूलों में टीचर जल्दी भेजे जाएंगे।