सीपत डकैती कांड: डकैत जिस बाइक से आए थे उसमें नंबर बिलासपुर तो चेचिस नंबर कानपुर का सदर बाजार से एक दिन पहले गुजरी थी इस नंबर की बाइक…@
@रियाज़ अशरफी
सीपत की सराफा दुकान में सोमवार की रात हुई डकैती में नकाबपोश डकैतों ने जिस तरह वारदात को अंजाम दिया, ठीक उसी तरह से कोटमीसोनार, सरगांव के अलावा और भी कुछ स्थानों में भी हो चुकी है। बिलासपुर से दोनों की दूरी लगभग 20-25 किलोमीटर है। पुलिस को संदेह है कि वारदात को किसी बड़े गिरोह ने अंजाम दिया है, जो ट्रक या ट्रेलर में हथियार छिपाकर रखते हैं। घटनास्थल पर जो बाइक मिली है, उसका नंबर बिलासपुर पासिंग है, लेकिन चेचिस नंबर के आधार पर जब जानकारी जुटाई गई, तब वह कानपुर की निकली। बताया जा रहा है कि यह बाइक दो दिन पहले बिलासपुर सदर बाजार से गुजरी थी।
पुलिस के मुताबिक सराफा दुकान के पास जो बाइक मिली है, उसके सामने की हेड लाइट नहीं है। इसमें सामने बिलासपुर पासिंग नंबर सीजी 10बीई 3186 दर्ज है पर पुलिस ने चेचिस नंबर के आधार पर इसकी आरटीओ से जांच कराई तो वह बाइक उत्तरप्रदेश के कानपुर की निकली। पुलिस रजिस्ट्रेशन के आधार पर गाड़ी मालिक का पता लगा रही है।
मोटरसाइकिल जिसमे डकैत आये थे
मालूम हो कि 13 जुलाई को रायपुर के तेलीबांधा में दिनदहाड़े कोयला कारोबारी पर फायरिंग करने वाले भी इसी तरह की बाइक में नंबर बदलकर आए थे। उनकी गाड़ी में स्थानीय रजिस्ट्रेशन नंबर था और चेचिस में बाहर का नंबर दर्ज था।
अपराधियों का फिंगर प्रिंट मिला सीसी टीवी फुटेज में दिखे 5 नकाबपोश
फोरेसिंक एक्सपर्ट को मौके से अपराधियों का फिंगर प्रिंट मिला है। इसे स्थानीय चोरों के फिंगर प्रिंट से मिलान कराया जा रहा है। वारदात में प्रोफेशनल लोगों का हाथ होने की आशंका है। संभव यह भी है कि कोई लोकल अपराधी दुकान की रैकी किया हो। आसपास के फुटेज में 5 लोग नजर आ रहे हैं। एक बाइक मौके पर ही छोड़कर गए। 25 किलो चांदी रखकर दूर तक भागना किसी बाइक में संभव नहीं लगता। आशंका है कि ये लोग किसी चारपहिया में आए होंगे और इनका कोई साथी दूर में खड़ा रहा होगा जिसमे सवार होकर भाग गए।
ताला बंद पर ग्रिल खुला बाहर की लाइट बन्द
दुकान में शटर के बाद लोहे का ग्रिल भी है। इसे रोज बंद कर ताला लगाया जाता है पर सोमवार की रात को घरवाले सगाई में गए तो जल्दबाजी में केवल शटर ही बंद कर चले गए थे। यदि ग्रिल बंद रहता तो संभव है चोरी नहीं होती। दुकान के बाहर की लाइट भी बंद था। बता दें कि फरवरी में ही ज्वेलरी शॉप खुला था। मकान के सामने हिस्से में दुकान है। घर के आसपास किसी का मकान नहीं है और इसका ही चोरों ने फायदा उठाया। चोर दुकान में एक घंटे तक ठहरे। सीसीटीवी फुटेज में ये लोग रात 1.37 बजे घुसते नजर आ रहे हैं। रात 2.20 बजे के आसपास सगाई से दुकान संचालक परिवार के साथ पहुंचा तो डकैत अपने कारनामे को अंजाम दे चुके।
सदिग्ध महिलाओं को तलाश रही पुलिस
दूकान संचालक दामोदर गुप्ता ने बताया की उनके ज्वैलरी शॉप में बीते 3 दिन पहले 2 महिलाएं ज्वैलरी का रेट पता करने आई थी उनके हावभाव से संदिग्ध लग रहा था, भाषा बोली भी अलग थी। महिलाएं दुकान से ज्वैलरी लिए बिना ही लौट गई। पुलिस की टीम सीसीटीवी फुटेज के आधार में उन संदिग्ध महिलाओं की जानकारी खंगालने में जुटी हुई हैं।